01 December, 2009




विपत्ति निवारण प्रतिज्ञा - हमारी सुरक्षा

(( आज केरल के सब विद्यालयों में इस प्रकार की प्रतिज्ञा की जाएगी। सरकार की ओर से यह निर्देश है कि ठीक 10 बजकर 30 मिनट पर सब अध्यापक और छात्र इस प्रतिज्ञा लें। ))

अचानक जानेवाली विपदाओं से हमारे बच्चों की सुरक्षा करना समाज का कर्तव्य है।

तट्टेक्काड, इरिक्कूर, तेक्कडी, नूरनाड और मलप्पुरम में घटित विपदाओं में जान खोये बच्चों को हम इस अवसर पर याद करते हैं।

मैं समझता हूँ कि आपदाओं को पहले से ही जानकर सावधानी से काम चलाने के लिए सभी छात्रगण को क्षमता होनी चाहिए।

मैं यह प्रतिज्ञा करता हूँ कि आपदाओं के अवसर पर जीवनरक्षा कार्य कैसे करें, इसके बारे में सुरक्षा समिती से सीख लूँगा और अध्यापक गण की सहायता से उसे संपन्न भी करूँगा।

मैं यह प्रतिज्ञा करता हूँ कि सुरक्षा समिती से हाथ मिलाकर हर बच्चे की सुरक्षा कायम रखने के लिए मैं सक्षम बन जाऊँगा ।

आज मैं अपने मन में यह दृढ संकल्प लेता हूँ कि भविष्य में समाज के सभी विपत्ति निवारण कार्यक्रमों में मेरी सक्रिय और सशक्त भागीदारी ज़रूर होगी।

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