06 October, 2009

जंगली जीव सप्ताह (अक्तूबर 2 से अक्तूबर 9 तक)
हर अक्तूबर के पहले हफ़्ते हम जंगली जीवों की संरक्षण के लिए मनाते हैं। वे जानवर और वनस्पति जो मानव नहीं पालते या खेती नहीं करते उनको ही हम जंगली जीव कहते हैं। इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना और उनके सहारे ही मानव की सुरक्षा हो सकती है, यह बोध होने के लिए ही हम इस प्रकार का एक हफ्ता मनाते आ रहे हैं। सिर्फ जंगलों में ही नहीं, हमारे घरों में और हमारे आस-पास कई ऐसे जानवर रहते है, जिसे हम ज़्यादा ध्यान नहीं देते। गिलहरी, चूहा, मेंढक, नेवला, मगर, अनेक प्रकार के साँप, तितलियाँ, सुअर आदि हमारे आस-पास दिखाई देनेवाले ऐसे जानवर है, जिन्हें हम बिना कोई कारण के नाश करते हैं। ये बेचारे जानवर के मुख्य प्रश्न क्या क्या हैं, उनका संरक्षण कैसे करें, इस के लिए हमारे देश के नियम क्या क्या हैं आदि बातों की जानकारी छात्रों को देने के लिए ही हम ऐसा एक प्रमुख हफ्ता मनाते आ रहे हैं।
जंगली जीव सप्ताह की प्रतिज्ञा
केरल के जंगल, नदियाँ, जंगली जीव आदि सब हमारी संपत्ती है, स्थिरता है, अभिमान है। ये सब आनेवाली पीढियों का हक हैं। इनको बिगाडने के लिए हम किसी भी शक्ती को मौका नहीं देंगे। हम इस धरती पर हाथ रखकर प्रतिज्ञा करते हैं कि अपने देश के जंगल, जलस्रोत और हरीतिमा को कायम रखेंगे।
जंगल के पहरेदार हम ही हैं।
जंगल के पहरेदार हम ही हैं।
जंगल के पहरेदार हम ही हैं।